Vanvas Film 2024:अनिल शर्मा की निर्देश में बनी फिल्म वनवास एक पारिवारिक नाटकीय फिल्म है जो आज के समय को देखते हुए समाज से सटीक बैठती है| गदर एक प्रेम कथा, अपने और गदर 2 जैसी कई बेहतरीन फिल्मों को बनाए जाने के लिए निर्देशक अनिल शर्मा को जाना जाता है। जहां आज के समय में बॉलीवुड में एक्शन मूवी का बोलबाला है, वहां अनिल ने एक फैमिली ड्रामा और खास मैसेज देने वाली वनवास को पेश करने का जिगरा दिखाया है।
दिसंबर की कड़कड़ाती ठंडी में सिनेमाघरों का हाल गरम दिखाई दे रहा है। पुष्पा 2 द रूल (Pushpa 2 The Rule) ने महीने के शुरू से ही बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए, दूसरी ओर सिनेमाघरों में एक और फिल्म की एंट्री हो गई है। यह फिल्म है वनवास (Vanvaas)।
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द वैक्सीन वॉर में नजर आने वाले नाना पाटेकर ने वनवास के जरिए जोरदार कमबैक किया है। जिस तरह से उन्होंने इस मूवी में अपना किरदार निभाया है, उसे सिर्फ और सिर्फ नाना ही निभा सकते थे। दूसरी और अनिल शर्मा के लाडले उत्कर्ष शर्मा ने एक बार ये साबित किया है कि एक्टिंग का हुनर उनमें कूट-कूट के भरा हुआ है|
. नाना पाटेकर अभिनीत फिल्म ‘वनवास’ 20 दिसंबर 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई. फिल्म बेहतरीन है, वनवास फिल्म की कहानी पालमपुर से शुरू होती है जो हिमाचल प्रदेश में है। जहां एक बूढ़ा आदमी अपने बेटे बहुओं के साथ रहता था। फिल्म में बूढ़ा व्यक्ति का नाम दीपक त्यागी (नाना पाटेकर) है, उसके 3 लड़के थे,तीनो शादीशुदा है| दीपक अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता था, लेकिन अब वह इस दुनिया में नहीं है. बढ़ती उम्र के साथ दीपक को भूलने की बीमारी हो गई है, उसे सिर्फ अपनी पत्नी और छोटे बच्चे याद हैं, उसे पता है कि उसके तीनों बेटे बड़े हो गए हैं और उन सभी की शादी हो चुकी है और अब उनके बच्चे भी हैं.|
फिल्म अपनी दिल छू लेने वाली कहानी के लिए खास है, जिसे अनिल शर्मा ने लिखा है। उन्होंने कहानी में ह्यूमर, टकराव और माफी को बहुत ही खूबसूरती से पिरोया है. कहानी के केंद्र में नाना पाटेकर हैं. वनवास भावनाओं पर फोकस करता है, लेकिन इसे जरूरत से ज्यादा ड्रामेटिक नहीं बनाता. कहानी दर्शकों से गहराई से जुड़ती है और हर मुस्कान और आंसू को असली महसूस कराती है|
दीपक अपने बच्चों के साथ जिस घर में रहता है, वह पालमपुर के पॉश इलाके में है और वह इस घर को ट्रस्ट में बदलना चाहता है, जो उसके बेटों और बहुओं को पसंद नहीं है. इसलिए पूरी योजना के साथ सभी दीपक को बनारस छोड़ देते हैं. अपनी कमजोर याददाश्त के कारण वह अज्ञातवास में अपनी पत्नी और छोटे बेटों को खोजता रहता है.| इसी बीच उसकी मुलाकात एक ठग वीरू (उत्कर्ष शर्मा) से होती है. वीरू दीपक त्यागी से छुटकारा पाना चाहता है, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता. अब सवाल यह है कि क्या दीपक त्यागी अपने घर वापस जा पाएगा?
Veera tries his best to help Deepak, who wants to return to his family after being separated from them due to his weak memory. With the support of a female reporter named Meena, Veera attempts to bring Deepak back to his home and reunite him with his loved ones. To find out the outcome, you’ll have to watch the entire film at the cinema. वीरू और दीपक की दोस्ती कैसी होती है। वीरू दीपक की भावुक कहानी सुनकर उसे उसके घर-फैमिली के पास वापस ले जाने की हर संभव कोशिश करता है। जिसमें उनकी मदद के लिए महिला रिपोर्टर मीना (सिमरत कौर) भी अपना योगदान देती हैं। यह जानने के लिए आपको सिनेमाघर जाकर पूरी फिल्म देखनी पड़ेगी.