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Top News Today:आयोध्या में दलित बालिका से साथ हुआ बर्बरता: न्याय की पुकार || आयोध्या कांड प्रशासन और समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी

Top News Today आयोध्या में दलित बालिका से साथ हुआ बर्बरता: न्याय की पुकार

Top News Today:अयोध्या, उत्तर प्रदेश: ग्रामसभा सहनावां सरदार पटेल वार्ड में एक दलित परिवार की 12 वर्षीय बालिका के साथ हुई बर्बरता ने पुरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। अयोध्या में दलित बेटी के साथ हुई दरिंदगी दर्दनाक और बेहद शर्मनाक है । तीन दिनों से लापता इस बच्ची का शव नग्न अवस्था में नाले से  बरामद हुआ है । इस बच्ची के साथ हुई बर्बरता और इस घटना को इतनी बेरहमी से अंजाम दिया गया है आपको जानकर रूह काँप जायेंगे। आपको बता दे कि नाले में मिली नग्न बच्ची के शव से साफ़ जाहिर होता है कि बच्ची को कितना दर्दनाक व्यव्हार किया गया है। उसकी आँखे फोड़ दी गयी है , उसकी हाथ-पैर भी टूटी हुई है, साथ ही उसके शरीर और चेहरे पर ब्लेड से वॉर किया गया है ।

मुख्य जानकारी :

 

Top News Today:इस घटना में लापरवाही किसकी है:

परिवार के कहना है कि यदि समय रहते पुलिस ने उनकी शिकायत पर ध्यान दिया होता तो , शायद बच्ची कि जान बचायी जा सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस लापरवाही के कारण स्थानीय लोगो में काफी गुस्सा और आक्रोश व्याप्त है ।

इस घटना पर राजनीतिक एक्शन :

आपको बता दे कि इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दिया है , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना कि कड़ी निंदा कि है , और इस घटना में शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई के आश्वासन दिया है , उन्होंने प्रशाशन को निर्देश दिया है कि मामले को संज्ञान में लेते हुए त्वरित जांच कर दोषियों को कठोरतम सजा दिलाई जाये .

इस घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट के जरिये गहरा शोक व्यक्त किया है और दोषियों के खिलाफ सख्त करवाई कि मांग कि है ।

संसद अवधेश प्रशाद पर आरोप 

वर्तमान में अयोध्या के सपा सांसद पर आरोप है कि उन्होंने मुस्लिम अपराधियों के संरक्षण दिया है, जिससे हौसले बुलंद हो गए है। विशेषकर , मोईद खान के मामले में, जहां उन पर बलात्कार के आरोपी के बचने के आरोप है  ।

स्थानीय जनता और विभिन्न संगठनों कि मांग है कि, 

 

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बिलकुल निर्भया के जैसा ही ये घटना है, अयोध्या कि इस  घटना में दलित बेटी के साथ हुई यह बर्बरता न केवल मानवता के शर्मसार करती है, बल्कि प्रशासन और समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है । इस घटना के निष्पक्ष जांच होनी चाहिए । और दोषियों के कठोर सजा दिलाना आवश्यक है , ताकि भविष्य में ऐसी घटना दुबारा न दोहराई जाये किसी हैवान के द्वारा

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