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trump modi invite 2025:मोदी जी को ट्रंप के शपथ ग्रहण में क्यों नहीं बुलाया गया? सच और अटकलें

trump modi invite 2025

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trump modi invite 2025:डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण के दौरान दुनिया भर से प्रमुख नेताओं और हस्तियों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया। यह घटना कई सवाल खड़े करती है। क्या इसका संबंध भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों से है? क्या टेस्ला के भारत में प्रवेश को लेकर खींचतान ने इस फैसले को प्रभावित किया? या यह विशुद्ध रूप से अमेरिका की कूटनीतिक नीति का हिस्सा था? आइए इन पहलुओं की गहराई से पड़ताल करते हैं।

trump modi invite 2025:प्रमुख सवाल और अटकलें

1. मोदी-ट्रंप के संबंधों पर असर?
नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच अच्छे व्यक्तिगत और राजनयिक संबंध रहे हैं। ‘हाउडी मोदी’ जैसे कार्यक्रमों में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की प्रशंसा की थी। फिर, शपथ ग्रहण समारोह से मोदी जी को दूर क्यों रखा गया?

2. टेस्ला विवाद का कनेक्शन?
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करने में कई अड़चनों का सामना किया है। भारत सरकार ने स्थानीय निर्माण और आयात शुल्क जैसे मुद्दों पर सख्ती दिखाई थी। क्या एलन मस्क ने ट्रंप प्रशासन पर कोई दबाव बनाया?

3. क्या यह मात्र कूटनीति थी?
अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में हमेशा से कुछ ही नेताओं को आमंत्रित किया जाता है। क्या यह सिर्फ अमेरिका की कूटनीतिक प्राथमिकताओं का हिस्सा था, जिसमें भारत का स्थान सीमित था?

trump modi invite 2025:टेस्ला विवाद और इसके प्रभाव-

टेस्ला का भारत में संघर्ष

टेस्ला ने भारत में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च करने के लिए 2020 में प्रयास शुरू किए थे। लेकिन सरकार की स्थानीय उत्पादन नीति और उच्च आयात शुल्क ने इसे मुश्किल बना दिया।

एलन मस्क की आपत्तियां:

  1. मस्क ने भारत में उच्च टैक्स स्ट्रक्चर पर खुलेआम असहमति जताई थी।
  2. उन्होंने ट्वीट करके कहा था कि भारत में टेस्ला को लॉन्च करना “अत्यधिक कठिन” है।

भारत सरकार का रुख:

भारत चाहता था कि टेस्ला अपने वाहनों का उत्पादन स्थानीय स्तर पर करे।यह ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत विदेशी कंपनियों को घरेलू निर्माण के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश थी।

 

क्या मस्क ने ट्रंप को प्रभावित किया?

“एलन मस्क का प्रभाव ट्रंप प्रशासन पर किसी से छुपा नहीं है। वह कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर ट्रंप के साथ चर्चा करते रहे हैं। हालांकि, यह कहना कठिन है कि मस्क ने मोदी जी को शपथ ग्रहण से बाहर रखने में कोई भूमिका निभाई।”

राजनयिक प्राथमिकताओं का विश्लेषण

trump modi invite:पिछली परंपराएं:

1.2009 में बराक ओबामा के शपथ ग्रहण में भी सीमित विदेशी नेता शामिल हुए थे।

2.यह आयोजन मुख्यतः घरेलू कार्यक्रम माना जाता है।

भारत की स्थिति:

भारत और अमेरिका के संबंध मजबूत हैं, लेकिन शायद यह समारोह दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों का प्रतिनिधित्व करने के लिए उपयुक्त नहीं था।

 

अन्य देशों के नेताओं का शामिल होना

2021 में जो बाइडेन के शपथ ग्रहण में भी केवल कुछ करीबी सहयोगी देशों के नेता शामिल हुए थे। यह स्पष्ट करता है कि शपथ ग्रहण में विदेशी नेताओं को शामिल करना प्राथमिकता का विषय नहीं होता।


trump modi invite 2025:ट्रंप-मोदी संबंध: एक नजर

सकारात्मक पहलू

 

विवादास्पद पहलू

 

विशेषज्ञों की राय-

क्या एलन मस्क ने किया हस्तक्षेप?

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह दावा अटकल मात्र है। टेस्ला विवाद और शपथ ग्रहण समारोह को जोड़ने का कोई ठोस प्रमाण नहीं है।

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trump modi invite 2025:क्या यह कूटनीति थी?

विदेश नीति विशेषज्ञों का कहना है कि यह अमेरिका की पारंपरिक नीति का हिस्सा था। भारत जैसे महत्वपूर्ण देश को अनदेखा करना संभव नहीं है, लेकिन शपथ ग्रहण का मंच कूटनीति के लिए प्राथमिक मंच नहीं होता।

क्या सच्चाई सामने आएगी?

डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण में नरेंद्र मोदी को आमंत्रित न करना निश्चित रूप से चर्चा का विषय है। हालांकि, यह मुद्दा कई पहलुओं से देखा जा सकता है:

trump modi invite:कुल मिलाकर, यह घटना एक सामान्य राजनयिक प्रक्रिया का हिस्सा हो सकती है। लेकिन इसके पीछे की संभावित वजहें हमें अमेरिका-भारत संबंधों को और बेहतर समझने का मौका देती हैं। भारत के प्रधान मंत्री जी को ट्रम्प के सपथ समारोह में आमंत्रित न करने का क्या कारण हो सकता है , कमेंट में साझा करे ।

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